इस साधना का कोई विधान नहीं है बल्कि इसे पूजा पाठ में शामिल किया जाता है. शेरों का एक समूह देवी कामाख्या की पूजा कर रहा है। ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी सर्व व्याधि नाशिनी नमो नमः स्वाहा॥ जिसकी भी नजर तिलक पर जाएगी https://donaldw976xfn4.blogdemls.com/35609488/the-basic-principles-of-वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए