ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। हनुमान जी अष्ट चिरंजीवियों में से हैं जिन्हें माता सीता ने हर युग में श्रीराम की भक्ति करने का और उनके भक्तों की रक्षा करने का वरदान दिया। ऊँ ऐं श्रीं ह्रीं ह्रीं हं ह्रौं ह्रः ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय भूत-प्रेत-पिशाच ब्रह्म राक्षस शाकिनी https://dantekmlkg.blog-ezine.com/35640355/hanuman-shabar-mantra-an-overview