“मैं मर जाऊँ तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना इसीलिए शायद सच्चाई का रास्ता लम्बा होता है। मंज़र लखनवी टैग : दिल शेयर कीजिए उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भी जो मेरी प्यास https://youtu.be/Lug0ffByUck